कालमेघ एक औषधीय पौधा है, जो स्वाद में बेहद कड़वा होता है। इसमें क्षारीय तत्व-एन्ड्रोग्राफोलाइडस पाया जाता है, जो कई प्रकार की बीमारियों में रामबाण दवा है।
आज हम आपको बताएंगे कि कालमेघ का पौधा किन बीमारियों में रामबाण माना जाता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको भी सही जानकारी हो सकें।
थॉमस जेफरसन विश्वविद्यालय में की गई रिसर्च के मुताबिक, कालमेघ में एंटी-डायबेटिक गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज में किसी अमृत से कम नहीं है।
रोजाना खाली पेट एक गिलास कालमेघ युक्त पानी पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं।
कालमेघ बुखार में भी आराम देता है, क्योंकि इसमें एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं। इसके लिए बुखार में मरीज को कालमेघ का काढ़ा देना चाहिए।
आप चाहे तो इसमें अन्य आयुर्वेदिक चीजें जैसे अदरक और शहद आदि मिला सकते हैं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
कालमेघ खून को साफ करने का काम करता है। इसके लिए रोजाना एक गिलास पानी में कालमेघ के पत्तों को उबाल लें। इसके बाद काढ़ा की तरह इसका सेवन करें।
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