फार्ट वॉकिंग को स्पीड-इंटरवल वॉकिंग भी कहा जाता है। इसमें आप 1-2 मिनट तेज चलते हैं और फिर 1 मिनट सामान्य चाल पर आते हैं। इस पैटर्न को 15–25 मिनट तक दोहराया जाता है। आइए जानें इसके बेमिसाल फायदे।
कई लोगों का मानना है कि वॉकिंग स्लो रिजल्ट देती है, लेकिन फार्ट वॉकिंग इससे अलग है। इंटरवल कॉम्बिनेशन के कारण शरीर नॉर्मल वॉक की तुलना में 2 गुना कैलोरी खर्च करता है। अगर आपको स्लिम बॉडी चाहिए? तो ये तरीका बेहद प्रभावी है।
तेज-धीमी चाल के बदलाव से हृदय की कार्यक्षमता बेहतर होती है। इससे रक्तचाप संतुलित रहता है और दिल की धड़कन स्थिर रहती है। डॉक्टर्स इसे हृदय स्वास्थ्य सुधारने के लिए शानदार एक्सरसाइज मानते हैं।
फार्ट वॉकिंग के दौरान शरीर एंडॉर्फिन रिलीज करता है, जिन्हें हैप्पी हार्मोन कहा जाता है। इससे दिमाग शांत रहता है, टेंशन और एंग्जायटी कम होती है और फोकस बेहतर होता है।
फार्ट वॉक शरीर को एक्टिव करती है, लेकिन अंत में रिलैक्स मोड में लाती है। इससे नींद गहरी और शांत मिलती है। जिन्हें अनिद्रा है, उनके लिए ये बहुत फायदेमंद है।
नियमित फार्ट वॉकिंग से शरीर की एनर्जी बढ़ती है। पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं, सांस लेने की क्षमता बेहतर होती है और थकान जल्दी नहीं होती।
इस वॉकिंग मेथड से हड्डियों का घनत्व बढ़ता है। भविष्य में गठिया, जॉइंट पेन या कमजोरी जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है।
अगर आपके पेट या थाई में फैट बढ़ गया है, तो फार्ट वॉक उसे कम करने में बेहद मददगार है। यह मेटाबॉलिज्म को एक्टिव मोड में डाल देता है, जिससे फैट तेजी से पिघलता है।
फार्ट वॉक एक सिंपल लेकिन बेहद पावरफुल फिटनेस हैक है। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva