सनातन धर्म में गुप्त नवरात्र का विशेष महत्व होता है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि गुप्त नवरात्र की शुरुआत कब होगी?
पंचांग के अनुसार, 26 जून से गुप्त नवरात्र की शुरुआत होगी। इस दौरान पूजा-पाठ करने से जीवन में तरक्की के रास्ते खुलने लगते हैं।
पंचांग के अनुसार, 26 जून को सुबह 5 बजकर 25 मिनट से से 6 बजकर 58 मिनट तक घट स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा।
गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा करने से जीवन में आने वाले संकट दूर होते हैं। वहीं, साधक की मनोकामनाएं भी पूरी होने लगती हैं।
गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा को लौंग का भोग लगाना शुभ होता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होने लगती है और आसपास के वातावरण में शुद्धता बनी रहती है।
गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा करते समय ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का जाप करें। जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होने लगती हैं।
गुप्त नवरात्र में तामसिक चीजें जैसे- मांस, मदिरा, लहसुन और प्याज खाने से बचना चाहिए। इस दौरान केवल सात्विक भोजन करना चाहिए।
गुप्त नवरात्र में पूजा स्थल पर मां दुर्गा के रौद्र रूप की मूर्ति नहीं रखना चाहिए। इससे ध्यान करने में बाधा का सामना करना पड़ सकता है।
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