मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 में हुआ था। जिन्होंने अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए हमें आजादी दिलाई थी।
आज हम आपको इस शुभ अवसर पर कुछ संदेशों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप अपने प्रियजनों को भेज गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं दे सकते हैं।
आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देगी।
खादी मेरी शान है, कर्म ही मेरी पूजा है, सच्चा मेरा कर्म है, और हिंदुस्तान मेरी जान है।
सत्य अहिंसा का था वो पुजारी, कभी ना जिसने हिम्मत हारी। सांस दी हमें आजादी की, जन जन जिसका हैं बलिहारी।
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था, त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था, पहन के काठ के चप्पल जिसने सत्याग्रह का राग सुनाया था, देश का था अनमोल वो दीपक जो महात्मा कहलाया था।
पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हंसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे, और तब आप जीत जाएंगे।
अहिंसा का महामंत्र, सत्य का दीप जलाया, गांधी जी ने देश को, नया रास्ता दिखाया।
इन संदेशों के जरिए आप प्रियजनों को गांधी जयंती विश कर सकते हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com