रात को सोने से पहले या खाली बैठे आपके मन में भविष्य की चिंताएं या बीतती बातें घूमती रहती हैं, तो यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। आइए जानें ओवरथिंकिंग से बचने के कुछ आसान ट्रिक्स।
सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि आप लगातार किन-किन बातों पर सोच रहे हैं। अक्सर हम अनजाने में हर छोटी बात को ज्यादा सोचने लगते हैं।
अपने दिमाग में घूम रहे विचारों को नोटबुक या मोबाइल नोट्स में लिखें। इसे पढ़कर आप तय कर सकते हैं कि किन विचारों पर ध्यान देना जरूरी है और किनको छोड़ देना चाहिए।
किसी समस्या या विचार पर सोचने का समय तय करें। उदाहरण के लिए, दिन में 15–20 मिनट तक ही किसी मुद्दे पर सोचें। इससे दिमाग को अनावश्यक रूप से थकने से बचाया जा सकता है।
गहरी सांस लेना और नियमित मेडिटेशन करना दिमाग को शांत करता है। यह स्ट्रेस हार्मोन कम करता है और अनावश्यक विचारों पर नियंत्रण बनाए रखने में मदद करता है।
योग, एक्सरसाइज, ध्यान, पेंटिंग, म्यूजिक या कोई हॉबी अपनाएं। जब आपका दिमाग किसी रचनात्मक या शारीरिक गतिविधि में व्यस्त होता है, तो ओवरथिंकिंग कम हो जाती है।
अक्सर लोग भविष्य की अनिश्चितताओं पर बार-बार सोचते रहते हैं। यह सोच आपको तनाव और चिंता में डाल देती है। 'क्या होगा' की सोच को बदलकर 'मैं अभी क्या कर सकता हूं' में बदलना बेहद प्रभावी है।
अगर ओवरथिंकिंग आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डाल रही है, तो किसी मनोवैज्ञानिक या काउंसलर से मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं।
ओवरथिंकिंग को कंट्रोल करना मानसिक शांति के लिए जरूरी है। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva