मेडिकल भाषा में ठंड के दिनों में शरीर की नसें सिकुड़ने लगती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है। इसके चलते ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। सेहत के लिहाज से यह बेहद खतरनाक बीमारी मानी जाती है।
आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स के बारे में बताएंगे, जिन्हें अगर आप फॉलो करते हैं, तो इससे आपको ब्रेन स्ट्रोक की समस्या से निजात मिल सकती है। आइए इन टिप्स के बारे में विस्तार से जानें।
जब चेहरे या हाथ और पैर में अचानक से कमजोरी आना, बोलने में कठिनाई होना, किसी चीज को देर से समझना, आंखों से दिखाई न देना और अचानक सिर में तेज दर्द होना जैसे संकेत मिलने लगा, तो ये ब्रेन स्ट्रोक के संकेत है।
ब्रेन स्ट्रोक से बचने का बेस्ट तरीका यह है कि आपको आज ही स्मोकिंग का त्याग कर देना चाहिए क्योंकि स्मोकिंग से ब्लड सर्कुलेट नहीं हो पाता और ब्लड सर्कुलेट न होने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
मेडिकल साइंस कहती है कि मोटापा बहुत सी बीमारियों को जन्म देने का काम करता है। इसमें ब्रेन स्ट्रोक भी शामिल है। ऐसे में आपको वजन कम करने वाले फूड्स और इससे जुड़ी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
आज की हमारी लाइफस्टाइल कुछ इस तरह की हो गई है कि इसमें स्ट्रेस होना आम बात है और स्ट्रेस होने से आपको ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है। ऐसे में आपको स्ट्रेस कम से कम लेना चाहिए।
सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए आप ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए आप सैल्मन फिश, अखरोट, और बादाम आदि का सेवन कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड के अलावा आप डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां भी शामिल कर सकते हैं। इसमें मौजूद नाइट्रेट और अन्य पोषक तत्व ब्रेन स्ट्रोक के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com