भारत की मशहूर साड़ियों में बनारसी सिल्क साड़ी की अपनी पहचान है। यह बहुत खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट साड़ियां होती हैं। इसकी सुंदरता, रंग, फैब्रिक और डिजाइन के लोग कायल हैं।
इसलिए मार्केट्स में बनारसी साड़ियों की मांग भी काफी होती है। लेकिन आजकल बाजार में नकली साड़ियां भी बिकने लगे हैं। असली और नकली साड़ी में अंतर करना मुश्किल हो गया है।
दुकानदार नकली साड़ी को असली बताकर ग्राहकों को महंगे दाम पर बेच देते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप प्योर बनारसी साड़ी की पहचान कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में...
बनारसी सिल्क साड़ी खरीदते वक्त उसकी चमक पर ध्यान दें। असली साड़ियों के लिए रेशम का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे वे छूने में भी बहुत मुलायम होती है।
बनारसी सिल्क साड़ी की किनारे का धागा थोड़ा-सा लूज रहता है। क्योंकि साड़ी की बुनाई हाथ से की जाती है। वहीं, नकली साड़ी मशीन द्वारा बनाई जाती है, तो किनारे पर धागे लूज नहीं होते।
बनारसी सिल्क साड़ी काफी महंगी होता है। वह लगभग 10-12 हजार की मिल जाती है। अगर दुकानदार आपको इससे कम की दे रहा है, तो वो नकली साड़ी हो सकती है।
आप साड़ी के धागे को जलाकर भी पहचान कर सकते हैं। असली बनारसी सिल्क साड़ी का धागा तुरंत जल जाएगा और हाथ पर कालिख लगेगी। वहीं, नकली साड़ी प्लास्टिक से बनी होती है, जिसके धागे को जलाने पर वो हाथ में चिपकने लगेगा।
हम अक्सर किसी एक दुकान से सामान खरीदते हैं, तो हमें दुकानदार पर भरोसा हो जाता है। ऐसे में आप बनारसी सिल्क साड़ी को भरोसेमंद दुकानदार से ही खरीदें।
ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva