लाल किला का निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने 1638 ई. में शुरू करवाया था, जो 1648 में बनकर तैयार हुआ।
आइए जानते हैं लाल किला की कुछ ऐसी खूबियां, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
आपको जानकर हैरानी होगी कि लाल किला का असली नाम किला-ए-मुबारक है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार लाल किले में इमारत के निर्माण के दौरान चूना पत्थर का इस्तेमाल किया गया था, इसलिए इसका रंग पहले सफेद था।
समय के साथ किले की दीवारों पर चूना पत्थर गिरने लगा, इसलिए ब्रिटिश शासन के दौरान इस किले को लाल रंग का करवा दिया गया, जिसके बाद इसका नाम लाल किला पड़ा।
वैसे यह भी कहा जाता है कि लाल किले को बनाने में लाल रेत और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था, जिसके कारण इसका नाम लाल किला पड़ा।
शाहजहां की ओर इसका नाम क्या रखा गया था, इस बारे में इतिहासकारों के पास पुख्ता जानकारी नहीं है और मतभेद भी हैं।