हर वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के अगले दिन राधा अष्टमी मनाई जाती है।
यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण की दुलारी राधा-रानी को समर्पित है। इस वर्ष 11 सितंबर को राधा अष्टमी है।
इस दिन राधा-रानी की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त राधा अष्टमी का व्रत रखा जाता है।
राधा-रानी की पूजा करने से साधक को न केवल सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है, बल्कि मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।
अगर आप अपनी हर इच्छा पूरा करना चाहते हैं, तो राधा अष्टमी पर पूजा के समय ये आरती जरूर करें। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी, हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी, तुझपे ओ कान्हा बलि बलि जाऊं, सांझ सवेरे तेरे गुण गाउँ,
प्रेम में रंगी मैं रंगी भक्ति में तेरी, हे गोपाल कृष्ण करू आरती तेरी, हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी ।
ये माटी का कण है तेरा,मन और प्राण भी तेरे,मैं एक गोपी, तुम हो कन्हैया, तुम हो भगवन मेरे, हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी, हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी ।
ये आरती करने से आपकी हर इच्छा पूरी होगी। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com