हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, नरक चतुर्दशी का पर्व काफी अहम माना जाता है। इस पर्व को छोटी दिवाली या रूप चौदस के रूप में जाना जाता है। नरक चतुर्दशी कार्तिक माह में मनाई जाती है।
आपको जानकारी के लिए बता दें, कि नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। इसके चलते भगवान श्रीकृष्ण का महत्व बढ़ जाता है।
आज हम आपको चौमुखी दीपक से जुड़े कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताएंगे, जिन्हें नरक चतुर्दशी के दिन फॉलो करने से आपके बिगड़े काम बन सकते हैं। आइए इन उपायों के बारे में जानें।
अगर आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास चाहते हैं और नकारात्मक ऊर्जा का खात्मा करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सरसों का तेल वाला चौमुखी दीपक जलाना चाहिए।
नरक चतुर्दशी के दिन शाम के समय मिट्टी का चौमुखी दीपक जलाने से आपके जितने भी काम बिगड़ रहे थे। वह सभी धीरे-धीरे बन जाएंगे। एक बार यह उपाय जरूर करें।
अगर आप अपने घर में धन का आगमन चाहते हैं और चाहते हैं कि आपके घर में रखी धन की तिजोरी कभी खाली न हो तो इसके लिए आपको नरक चतुर्दशी के दिन चौमुखी दीपक को घर के मुख्य द्वार के पास जलाना चाहिए।
जो जातक नरक चतुर्दशी के दिन चौमुखी दीपक जलाते समय मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन च मया सह या त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतामिति मंत्र का जाप करते हैं, तो उससे उनकी मनोकामना पूरी हो सकती है।
आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि नरक चतुर्दशी पर चौमुखी दीपक जलाने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यह दीपक आपको परिवार के सदस्यों को अकाल मृत्यु और गंभीर संकटों से बचाता है।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com