गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद के जीवन, नरकों और योनियों के बारे में विस्तार से बताया गया है। यह 18 महापुराणों में शामिल है। गरुड़ पुराण धार्मिक दृष्टि से काफी अहम मानी जाती है।
आज हम आपको गरुड़ पुराण के जरिए बताएंगे कि मृत व्यक्ति की कौन-सी चीजों को भूल से भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
अगर आप मृत व्यक्ति के गहने इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं, तो आपको एक बार ठहरकर सोचने की जरूरत है। आपके बुरे दिन शुरू हो सकते हैं।
जो जातक मृत व्यक्ति के जूते पहनते हैं, तो ऐसे लोगों को पितृ दोष की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि आप ऐसा करने से बचें।
मृतक व्यक्ति की घड़ी कभी इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपके घर में नेगेटिव एनर्जी का वास हो सकता है। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।
मृतक व्यक्ति के कपड़ों का इस्तेमाल करना बेहद अशुभ माना जाता है। आपके परिवार के ऊपर विपत्ति आ सकती है और सदस्यों की आय भी घट सकती है।
पितरों की इन चीजों को इस्तेमाल करने की बजाय आप उन्हें प्रसन्न करने के लिए दक्षिण दिशा एक दीपक जला सकते हैं। आपके दिन बदल जाएंगे।
जो जातक सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करते हैं और इसके बाद पीपल के पेड़ में जल अर्पित करते हुए पेड़ की परिक्रमा करते हैं, तो इस उपाय से भी पितरों को खुशी मिलती है।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com