हिंदू धर्म शास्त्र के मुताबिक, शालिग्राम को साक्षात भगवान श्री हरि विष्णु का स्वरूप माना जाता है। शालिग्राम का विशेष महत्व होता है। इसकी पूजा करने से सारे काम सफल हो जाते हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि शालिग्राम जी की पूजा करते समय आपको कौन-सी गलतियां भूल से भी नहीं करनी चाहिए? आइए इन गलतियों के बारे में विस्तार से जानें।
शालिग्राम जी की पूजा में उन्हें कभी भी अक्षत नहीं चढ़ाने चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता। इससे आपके काम बिगड़ सकते हैं।
जहां आप शालिग्राम जी की पूजा करते हैं, वहां साफ-सफाई का खास ख्याल रखें। इससे आपकी पूजा सफल नहीं होगी। धन की हानि भी हो सकती है।
शालिग्राम जी को कभी किसी शादीशुदा व्यक्ति से न लेना चाहिए और न ही उन्हें देना चाहिए। इससे आपके वैवाहिक जीवन में रुकावट आ सकती है।
घर में कभी भी एक से ज्यादा शालिग्राम नहीं रखनी चाहिए। इससे गृह क्लेश होने की संभावना बनी रहती है। परिवार के सदस्यों की आय भी घट सकती है।
अगर आपके घर में शालिग्राम की शिला स्थापित है, तो ऐसे में आपको भूल से भी मांस-मदिरा सेवन नहीं करना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी नाराज हो सकती है।
शालिग्राम की पूजा में तुलसी के पत्तों का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि ये पत्ते बेहद पवित्र माने जाते हैं और भगवान विष्णु को भी तुलसी के पत्ते बेहद प्रिय होते हैं।
शालिग्राम जी की पूजा करते समय ये गलतियां न करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com