इस्लाम में ये 2 रोजे रखने पर मिलता है गुनाह


By Farhan Khan25, Mar 2025 08:00 PMjagran.com

रमजान खत्म होने में कुछ दिन बाकी

रमजान का पाक महीना खत्म होने में अब एक हफ्ते से भी कम का समय बचा है। रमजान के पाक महीने में लोग अल्लाह की इबादत करते हैं।

रमजान में क्या करते हैं?

अल्लाह की इबादत के साथ ही मुस्लिम लोग अपने घरों और मस्जिद में कुरान शरीफ की तिलावत करते हैं। रमजान में खूब दुआएं मांगनी चाहिए।

रोजे में क्या करते हैं?

रमजान का पाक महीने में अल्लाह के लिए रोजा रखा जाता है। इस दौरान मुस्लिम लोग पूरे दिन भूखे रहते हैं। केवल सहरी और इफ्तार में ही भोजन का सेवन करते हैं।

न रखें ये 2 रोजे

आज हम आपको बताएंगे कि आखिर कौन-से दो दिन रोजा रखने से गुनाह मिलता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।

ईद और बकरा-ए-ईद के दिन न रखें रोजा

इस्लाम धर्म के अनुसार, पैगंबर मोहम्मद साहब ने मुसलमानों को ईद और बकरा-ए-ईद के दिन रोजा रखने से मना किया है। ये 2 दिन रोजा रखना हराम माना गया है।

ईद और बकरा-ए-ईद होता है जश्न का दिन

ईद और बकरा-ए-ईद दोनों ही दिन जश्न मनाने के लिए होते हैं। इसके चलते इन 2 दिनों में रोजा रखने का कबीरा-ए-गुनाह माना गया है।

रोजा कब टूटता है?

जो लोग रोजा रखते हैं और जानबूझकर खाना खा लेते हैं। ऐसा करने से रोजा टूट जाता है। इसके अलावा नाक-कान और आंख में दवा डालने से भी रोजा टूट जाता है।

इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com