आजकल बढ़ती दौड़-भाग भरी जिंदगी में लोगों में तनाव एक आम समस्या बनती जा रही है, जो हमारे जीवन को प्रभावित करती है। इसी के साथ क्या आ जानते हैं कि यह कई बीमारियों का भी कारण बनती हैं।
लगातार स्ट्रेस में रहने के कारण ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी होती है, जिससे दिल की धड़कन तेज होने लगती है। इसके कारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर में भी खराबी आती हैं. जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता हैं।
क्या आप जानते हैं तनाव सीधे पेट और आंतों को प्रभावित करता है। ज्यादा तनाव के कारण एसिडिटी, सीने में जलन और सूजन जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
स्ट्रेस एंग्जायटी और डिप्रेशन की सबसे बड़ी वजहों में से एक है। यह नींद के पैटर्न को बिगाड़ने के साथ-साथ फोकस कम करता है। साथ ही, चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता हैं।
लंबे समय तक तनाव में रहने से शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है। ऐसे में व्यक्ति को सर्दी-जुकाम, इन्फेक्शन और अन्य बीमारियां जल्दी-जल्दी होने लगती हैं।
तनाव शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज करने की क्षमता को प्रभावित करता है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा सकता है, जिससे डायबिटीज होने का जोखिम बढ़ जाता है।
तनाव सिरदर्द और माइग्रेन के दौरे को ट्रिगर कर सकता है। लंबे समय तक तनाव में रहने से दिमाग की संरचना और याददाश्त पर भी बुरा असर पड़ता है।
ज्यादा स्ट्रेस लेने से आप इन समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं। हेल्द से जुड़ी हर अपडेट के लिए बनें रहें JAGRAN.COM के साथ। Image Credit: Canva