चाणक्य ने अपनी नीतियों में जीवन के बारे में कई बातों का जिक्र किया है। इन नीतियों को पालन करने से जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
आचार्य चाणक्य ने दोपहर नींद लेने वाले लोगों के बारे में बताया है। ऐसे लोगों को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को दोपहर में सोने से बचना चाहिए। अगर आप सोते हैं, तो कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
दिन सोने वाले व्यक्तियों को कार्य में हानि का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपको कठिन परिश्रम के बाद भी सफलता नहीं मिलेगी।
दिन के समय बीमार व्यक्ति और बालक को ही सोना चाहिए। दिन में सोने से आयु पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को दिन में सोने से अपच की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, वायु-विकार जैसे दोष हो सकते हैं।
चाणक्य के अनुसार, दिन में सोने वाले व्यक्तियों को तनाव की समस्या ज्यादा होती है। ऐसे लोग दिमागी रूप से भी परेशान रहते हैं।
चाणक्य रहते हैं कि व्यक्ति के जीवन में कुछ अच्छा करने के लिए हमेशा एक्टिव रहना चाहिए। इससे सफलता मिलने में भी आसानी होती है।
दिन में नींद लेने से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव को जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ