अगर हम आचार्य चाणक्य की बात करें, तो चाणक्य महान ज्ञाताओं में से एक माने जाते हैं। उनके द्वारा रचित चाणक्य नीति आज भी लोगों का मार्गदर्शन कर रही है।
आज हम आपको चाणक्य के अनुसार बताएंगे कि हर समय तारीफ करने से क्या नुकसान हो सकते हैं? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
जो लोग हर समय अपनी तारीफ करते रहते हैं, तो ऐसे लोगों का महत्व धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। एक टाइम के बाद ऐसे व्यक्ति की इज्जत खुद ही कम होने लगती है।
जिन लोगों की यह आदत होती है कि वे हर समय अपनी तारीफ करते हैं। ऐसे लोगों से बात करना कोई पसंद नहीं करता। धीरे-धीरे सब इनसे दूर होने लगते हैं।
आचार्य चाणक्य जो लोग बात-बात अपनी तारीफ करने से बाज नहीं आते। ऐसे लोगों को घमंडी समझा जाता है। ये अपने आगे किसी को भी अहमियत नहीं देते।
जो लोग अपने गुणों को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं और अपनी तारीफ करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। इस तरह के लोग दूसरों की बातों का कोई मूल्य नहीं समझते।
अगर आप चाहते हैं कि लोग आपकी हर बात को समझें और आपसे बात करना पसंद करें, तो ऐसे में आपको अपनी तारीफ पर नहीं, बल्कि अपने कर्मों पर ध्यान देना चाहिए।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com