सदियों से त्रिफला चूर्ण आयुर्वेदिक उपचार के तौर में इस्तेमाल में लाया जा रहा है। त्रिफला चूर्ण आंवला, हरड़, और बहेड़ा से मिलकर बनता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, त्रिफला चूर्ण कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, इम्यून सिस्टम और ब्लड प्रेशर आदि में किसी रामबाण से कम नहीं है।
आज हम आपको बताएंगे कि किन लोगों को भूल से भी त्रिफला चूर्ण का सेवन नहीं करना चाहिए? आइए इन लोगों के बारे में विस्तार से जानें।
जिन लोगों का पाचन कमजोर रहता है, उन्हें त्रिफला चूर्ण खाने से बचना चाहिए। इससे उनके पेट में दर्द हो सकता है। साथ ही ऐंठन और सूजन जैसी समस्याएं भी हो सकती है।
अगर आप खून को पतला करने वाली या डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं, तो ऐसे में आपको त्रिफला चूर्ण नहीं खाना चाहिए। इससे बॉडी में रिएक्शन हो सकता है।
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान त्रिफला चूर्ण खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें ऐसे तत्व होते हैं, जो गर्भ में पल रहे बच्चे या स्तन के दूध में प्रवेश कर सकते हैं।
अगर आपको किसी तरह की एलर्जी है, तो ऐसे में त्रिफला चूर्ण न खाएं। इससे त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, सूजन और सांस लेने में कठिनाई आदि जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com