रमजान का पवित्र महीना शुरू हो चुका है। इस महीने में लोग रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं। रमजान के महीने में मुसलमान केवल सहरी और इफ्तार में ही खाते हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि रमजान में डायबिटीज के मरीजों को किन चीजों को भूल से भी नहीं खाना चाहिए। आइए इन चीजों के बारे में विस्तार से जानें।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों को सहरी और इफ्तार में तला, भुना और मसालेदार खाना नहीं खाना खाने से परहेज करना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों को सहरी और इफ्तार के बाद गेहूं की रोटी खाने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स ब्लड शुगर लेवल को हाई कर सकता है।
सहरी और इफ्तार में डायबिटीज के मरीजों के लिए आलू का सेवन करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि इसमें स्टार्च मौजूद होता है।
किशमिश फाइबर से भरपूर होती है, जो रमजान में डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। यह ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकती है।
चावल में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, मिनरल्स, और फाइबर होता है, जो रमजान में डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छे नहीं माने जाते। इसे खाने से तबीयत बिगड़ सकती है।
लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com