चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के पाचंवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा करते समय किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इस दौरान मंत्र का जाप करना उत्तम माना जाता है, ऐसा करने से जीवन में आने वाली परेशानी दूर होने लगती है।
चैत्र नवरात्रि में स्कंदमाता की पूजा करते समय मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से स्कंदमाता की कृपा बनी रहती है।
नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा करते समय ‘सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके, शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते’ मंत्र पढ़ना चाहिए।
अगर आप जीवन में परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो नवरात्रि के पांचवे दिन ‘ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम, कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा’ मंत्र का जाप करें।
अगर लंबे समय से आपकी मनोकामना पूरी नहीं हो रही है, तो ‘कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्, सदा बसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि’ मंत्र का जाप करें।
चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की प्रिय चीजों का भोग लगाना चाहिए। इस दिन केला का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
चैत्र नवरात्रि में तामसिक चीजों को खाने से बचना चाहिए। इन चीजों को खाने से जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
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