सनातन धर्म में खरमास का विशेष महत्व होता है। इस दौरान कई काम करना वर्जित माना जाता है। आइए जानते हैं कि खरमास में कौन से मंत्र का जप करना चाहिए?
इस माह का समापन 14 जनवरी 2025 को होगा। इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। खरमास में सूर्य देव की पूजा करना शुभ होता है।
पूजा-पाठ करते समय मंत्र का जप करना शुभ होता है। इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं और देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
खरमास में सूर्य देव को अर्घ्य देते समय ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जप करना चाहिए। इससे साधक के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
खरमास में पूजा करते समय ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात मंत्र का जप करना चाहिए। इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
खरमास में ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी च धीमहि। तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात् मंत्र का जप करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है।
खरमास में सूर्य देव के मंत्रों का जप करने से साधक को कार्य में सफलता मिलती है। इसके साथ ही, रुके हुए कार्य होने लगते हैं।
खरमास में इन मंत्रों का जप करने से साधक के जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं। इसके साथ ही, सूर्य देव की कृपा बनी रहती है।
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