सनातन धर्म में राधा अष्टमी बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। आइए जानते हैं कि इस दौरान किन नामों का जाप करने से व्यक्ति की मनोकामना पूरी होती है?
पंचांग के अनुसार, राधा अष्टमी तिथि की शुरुआत 10 सितंबर को रात 11 बजकर 11 मिनट पर हो गई है। वहीं, इसका समापन 11 सितंबर को रात 11 बजकर 46 मिनट पर होगा। ऐसे में 11 सितंबर को राधा अष्टमी मनाई जाएगी।
राधा अष्टमी के दिन कई नामों को जाप करने से व्यक्ति की मनोकामना पूरी होने लगती है। इसके साथ ही, व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आने लगती है।
राधा अष्टमी के दिन राधा रानी के नामों का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है। इन नामों के जाप से व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूरी होने लगती हैं।
राधा अष्टमी पर पूजा करते समय राधा,नरासेश्वरी, रम्या, कृष्णमत्राधिदेवता, सर्वाद्या, सर्ववंद्या, वृंदावनविहारिणी, सत्या, श्रीकृष्णवल्लभा और वृषभानुसुता आदि नामों का जाप करना चाहिए।
गोपी, मूल प्रकृति, ईश्वरी, गान्धर्वा, राधिका, रुक्मिणी, परमेश्वरी, परात्परतरा, पूर्णा, पूर्णचन्द्रविमानना, भुक्ति-मुक्तिप्रदा और भवव्याधि-विनाशिनी नामों का जाप करना चाहिए।
राधा अष्टमी के दिन इन नामों का जाप करने से व्यक्ति को कार्यों में सफलता मिलती है। इसके साथ ही, पहले से रुके हुए कार्य होने लगते हैं।
राधा अष्टमी के दिन पूजा करते समय इन नामों का जाप जरूरी करना चाहिए। इससे परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन और प्रेम बढ़ता है।
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