सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होते हैं। शनिवार के दिन शनि पूजन का विधान है।
शनिवार की शाम पीपल के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाने और उनके 108 नामों का जाप करते हैं।
इस प्रकार के भक्तों को शनि की कुदृष्टि का सामना नहीं करना पड़ता है। इसके साथ ही उनका कल्याण भी होता है।
आज हम आपको शनिदेव के नामों के बारे में बताएंगे, जिनका जप करने से शनि दोष का खात्मा हो सकता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
ऊँ शनैश्चराय नमः, ऊँ शान्ताय नमः, ऊँ सर्वाभीष्टप्रदायिने नमः, ऊँ शरण्याय नमः, ऊँ वरेण्याय नमः, ऊँ सर्वेशाय नमः
ऊँ सौम्याय नमः, ऊँ सुरवन्द्याय नमः, ऊँ सुरलोकविहारिणे नमः, ऊँ सुखासनोपविष्टाय नमः, ऊँ सुन्दराय नमः, ऊँ घनाय नमः
ऊँ घनरूपाय नमः, ऊँ घनाभरणधारिणे नमः, ऊँ घनसारविलेपाय नमः, ऊँ खद्योताय नमः, ऊँ मन्दाय नमः, ऊँ मन्दचेष्टाय नमः
ऊँ महनीयगुणात्मने नमः, ऊँ मर्त्यपावनपदाय नमः, ऊँ महेशाय नमः, ऊँ छायापुत्राय नमः, ऊँ शर्वाय नमः, ऊँ शततूणीरधारिणे नमः
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com