सनातन धर्म में विजय एकादशी के दिन विष्णु जी की पूजा करने का विधान होता है। आइए जानते हैं कि विजय एकादशी पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, 24 फरवरी 2025 को विजय एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन पूजा-पाठ करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
पंचांग के अनुसार, विजय एकादशी तिथि की शुरुआत 23 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 55 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 24 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 44 मिनट पर होगा।
पूजा-पाठ करते समय मंत्र का जाप करना शुभ होता है। इससे देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और परेशानियां दूर होने लगती हैं।
विजय एकादशी पर पूजा करते समय ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात् मंत्र का जाप करना चाहिए।
धन की कमी दूर करने के लिए ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्, आ नो भजस्व राधसि। मंत्र का जाप करना चाहिए।
विजय एकादशी पर पूजा करते समय दन्ता भये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्, धृता ब्जया लिंगितमब्धि पुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे मंत्र का जाप करें।
धन की कमी का सामना करने वाले साधकों को विजय एकादशी पर इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति बेहतर होने लगती है।
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