सनातन धर्म में पूजा-पाठ करने का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि शनि जयंती पर किन मंत्रों का जाप करने से परेशानियां दूर होती हैं?
पंचांग के अनुसार, 27 मई 2025 को शनि जयंती मनाई जाएगी। इस दिन शनि देव की पूजा करने से जीवन में आने वाले संकट दूर होने लगते हैं।
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 26 मई को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 27 मई को सुबह 08 बजकर 31 मिनट पर ज्येष्ठ अमावस्या का समापन होगा। इसी मुहूर्त में शनि जयंती मनाई जाती है।
अक्सर लोग पूजा-पाठ करते समय मंत्र का जाप करते हैं। इससे देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और तरक्की के योग बनते हैं।
शनि जयंती पर पूजा करते समय ऊं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और मन शांत रहता है।
शनि जयंती पर पूजा करते समय ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। इससे जीवन में आने वाली बाधाएं दूर और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
कठिन परिश्रम के बाद भी सफलता न मिलने पर नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम् मंत्र का जाप करें। इससे कार्य में सफलता के योग बनते हैं।
शनि जयंती पर पूजा करते समय इन मंत्रों का जाप करना शुभ होता है। इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
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