कालाष्टमी पर करें इन 3 मंत्रों का जाप, दूर होंगे सारे कष्ट


By Ashish Mishra20, May 2025 10:13 AMjagran.com

Kalashtami 2025

सनातन धर्म में कालाष्टमी का विशेष महत्व होता है। इस दिन काल भैरव की पूजा करने से कष्ट दूर होते हैं। आइए जानते हैं कि कालाष्टमी पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?

कालाष्टमी कब है?

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि आज यानी 20 मई 2025 है। इस दिन विधि-विधान से काल भैरव की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

कालाष्टमी शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, कालाष्टमी तिथि 20 मई को सुबह 05 बजकर 51 मिनट पर हो गई है। वहीं, इसका समापन 21 मई को सुबह 04 बजकर 55 मिनट पर होगा।

मंत्र का जाप करें

अक्सर लोग पूजा-पाठ करते समय मंत्र का जाप करते हैं। इससे देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आने वाली परेशानियों दूर होती हैं।

कष्ट से मुक्ति के लिए मंत्र

कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा करते समय ॐ ह्रीं भैरवाय नम: मंत्र का जाप करें। इससे भैरव जी प्रसन्न होते हैं और कष्ट भी दूर होने लगते हैं।

ग्रह-दोष से मुक्ति के लिए मंत्र

कालाष्टमी के दिन ॐ भं भैरवाय आपदुद्धारणाय: मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। इससे ग्रह दोष शांत होने लगते हैं और जीवन में सकारात्मकता आती है।

भैरव की कृपा के लिए मंत्र

कालाष्टमी के दिन काल भैरव की कृपा पाने के लिए ॐ बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरू कुरू बटुकाय ह्रीं: मंत्र का जाप करें। इससे जीवन में आने वाले संकट दूर होते हैं।

परेशानियों से छुटकारा

कालाष्टमी के दिन इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं। इसके साथ ही, तरक्की के योग बनते हैं।

पढ़ते रहें

पूजा-पाठ के समय मंत्र का जाप करने के बारे में जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ