हिंदू नव वर्ष का चौथा महीना आषाढ़ होता है। इस महीने में भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा होती है। आइए जानते हैं कि आषाढ़ माह में कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए?
12 जून 2025 से आषाढ़ महीने की शुरुआत हो गई है। इस महीने में पूजा-पाठ करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है और जीवन में खुशहाली भी बनी रहती है।
अक्सर लोग पूजा-पाठ करते समय मंत्र का जाप करते हैं। इससे देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है।
आषाढ़ महीने में पूजा करते समय भगवान विष्णु के ऊँ श्री प्रकटाय नम: या ऊँ श्री वामनाय नम: मंत्र का जाप करें। इससे जीवन में तरक्की के योग बनते हैं।
आषाढ़ महीने में ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। इससे साधक की मनोकामनाएं पूरी होने लगती हैं और तरक्की के रास्ते भी खुलने लगते हैं।
आषाढ़ महीने में शिव जी की पूजा करना शुभ होता है। इस दौरान ॐ नमः शिवाय: मंत्र का जाप करें। इससे कार्य में सफलता मिलती है।
आषाढ़ महीने में गरीब और जरूरतमंद लोगों को नमक, चावल, गुड़ और तिल का दान करना चाहिए। इससे जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।
आषाढ़ महीने में इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इसके साथ ही, तरक्की के रास्ते खुलने लगते हैं।
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