भुवनेश्वर में सोमवार को कथक सम्राट गुरु केलुचरण महापात्र को श्रद्धांजलि के रूप में 97वीं जयंती मनाई गई।
कार्यक्रम की शुरूआत में प्रतिष्ठित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया, जिसके बाद आगे के कार्यक्रम हुए।
कार्यक्रम में ओड़िसी कथक नृत्य का प्रदर्शन देख वहां मौजूद सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
ओड़िसी नृत्य में विशेष योगदान देने के लिए गुरु केलुचरण को आज भी सराहा जाता है।
इन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
ओड़िसी को एक नया जीवन देने वाले केलुचरण महापात्र का 7 अप्रैल 2004 को ओडिशा के भुवनेश्वर में निधन हो गया था।