हर वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में भड़ली नवमी पड़ती है। आइए जानते हैं कि इस साल भड़ली नवमी कब है और इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त क्या है?
आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 06 जुलाई से होगी। इसका समापन 15 जुलाई 2024 को होगा। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा करना शुभ माना जाता है।
आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 14 जुलाई को शाम 05 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर 15 जुलाई को शाम 07 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि में 15 जुलाई को भड़ली नवमी मनाई जाएगी।
भड़ली नवमी पर सिद्ध योग सुबह 07 बजे तक रहेगा। इसके बाद 16 जुलाई को 07 बजकर 19 मिनट तक साध्य योग रहेगा। वहीं, पूरे दिन रवि योग रहेगा।
भड़ली नवमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, भड़ली नवमी के बाद भगवान विष्णु निंद्रा की अवस्था में चले जाते हैं। यह तिथि शादी-विवाह के लिए शुभ मानी जाती है।
भड़ली नवमी के बाद देवशयनी एकादशी यानी 17 जुलाई से चातुर्मास की शुरुआत होगी। इस माह का समापन 12 नवंबर 2024 को होगा।
चातुर्मास में मांगलिक कार्य जैसे- शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन और सगाई करना वर्जित होता है। इस माह तामसिक चीजों को खाने से बचना चाहिए।
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