सनातन धर्म में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ करना शुभ होता है। आइए जानते हैं कि माघ पूर्णिमा पर किस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, इस साल माघ पूर्णिमा 12 फरवरी को मनाई जाएगी। इस दिन स्नान करने के बाद पूजा-पाठ करने से जीवन में आने वाले संकट दूर होते हैं।
पंचांग के अनुसार, माघ पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 11 फरवरी को शाम 06 बजकर 55 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 12 फरवरी को शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा।
इस दिन सुबह उठकर स्नान करना शुभ होता है। ऐसा करने से साधक के पाप दूर होने लगते हैं जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
माघ पूर्णिमा पर अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इसका पाठ करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन से जुड़ी समस्या दूर होने लगती है।
माघ पूर्णिमा पर अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक तंगी दूर होने लगती है। इसके साथ ही, तरक्की के योग बनते हैं और बिजनेस में लाभ होता है।
अगर आप परिवार में क्लेश का सामना कर रहे हैं, तो माघ पूर्णिमा पर अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इससे परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
व्यापार में लाभ के लिए माघ पूर्णिमा पर अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से कारोबार में तरक्की होगी और बिजनेस के नए योग बनते हैं।
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