सनातन धर्म में बसंत पंचमी का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि इस दिन किन शुभ योग में पूजा करना शुभ होता है?
पंचांग के अनुसार, इस साल 02 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी मनाई जाएगी। इस दिन पूजा-पाठ करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 02 फरवरी को सुबह 11 बजकर 53 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 03 फरवरी को सुबह 09 बजकर 36 मिनट पर होगा।
इस दिन शनि देव सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे। इस दौरान दिन शिव योग, सिद्ध योग साध्य योग और रवि योग का निर्माण होगा।
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करना बेहद लाभकारी होता है। ऐसा करने से साधक को करियर में सफलता मिलती है और पढ़ाई में मन लगता है।
बसंत पंचमी पर मां सरस्वती के या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे ज्ञान की प्राप्ति होती है।
बसंत पंचमी पर पूजा करते समय मां सरस्वती को मीठे पीले चावल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इसके बाद इसे प्रसाद के रूप में लोगों के बीच बांट दें।
बसंत पंचमी के दिन पढ़ाई से जुड़ी चीजें जैसे-कॉपी, किताब और पेन का दान करना शुभ होता है। ऐसा करने से पढ़ाई में मन लगता है और बुद्धि का विकास होता है।
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