काल भैरव जयंती 22 नवंबर को मनाई जा रही है। यह शुभ दिन मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
इस दिन भगवान शिव के रौद्र और न्यायप्रिय स्वरूप भगवान काल भैरव की पूजा-अर्चना की जाती है। इसके चलते घर में समृद्धि आती है।
आज हम आपको बताएंगे कि काल भैरव जयंती के दौरान कौन-सी गलतियां भूल से भी नहीं करनी चाहिए? आइए इसके बारे में जानें।
काल भैरव जयंती के दिन मांस और मदिरा का सेवन करना बहुत अशुभ माना जाता है। इससे आप जीवन भर दुखी रहेंगे।
इसके अलावा आपकी किस्मत रूठ सकती है और काल भैरव रुष्ट हो सकते हैं। बेहतर होगा कि इन चीजों का सेवन न करें।
गृहस्थ लोगों को काल भैरव जी की तांत्रिक पूजा करने से बचना चाहिए। पारिवारिक जीवन में दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
धन हानि आपको हो सकती है और किस्मत भी आप से रूठ सकती है। गृह क्लेश की स्थिति बन सकती है।
काल भैरव जयंती के दिन गलती से भी आपको किसी के साथ भी छल-कपट नहीं करना चाहिए। साथ ही असत्य बोलने से भी बचें।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com