कान हमारे शरीर के अहम अंगों में शामिल है। ये सुनने में हमारी मदद करते हैं। एक व्यक्ति 20 हर्ट्ज से लेकर 20 किलो हर्ट्ज तक की ध्वनियां सुन सकता है।
आज हम आपको उन जानवरों के बारे में बताएंगे, जिनके कान नहीं होते, लेकिन वह फिर भी आसानी से सुन लेते हैं। आइए इन जानवरों के बारे में जानें।
अगर हम बिना कान के सुनने वाले जानवर की बात करें, तो इसमें मछलियां पहले नंबर पर आती है, मछलियों के कान नहीं होते। इनके कान अंदर ही निहित होते हैं।
कछुए की बात करें, तो इनके कान तो नहीं होते, लेकिन इनके शरीर में एक पतली झिल्ली होती है, जिनसे ये सुनते हैं। यह झिल्ली आप देख नहीं सकते।
छिपकली को आपने घरों में इसे देखा भी होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि छिपकली भी बिना कान के सुनने वाले जानवरों की लिस्ट में शामिल है। वह सिर के पास मौजूद झिल्ली के जरिए सुनती हैं।
बिना कान के सुनने वाले जानवरों की लिस्ट में चौथे नंबर पर मेंढक आते हैं। ये सुनने के लिए झिल्ली का इस्तेमाल करते हैं। अगली बार मेंढक को नोटिस करना।
सांप के भी कान नहीं होते। वह भी बिना कान के सुनने वाले जानवरों में शामिल है। हालांकि, सांप वाइब्रेशन के जरिए सुनते हैं।
मकड़ियां सुनने के लिए अपने पैरों और बालों का इस्तेमाल करती है। इनके कान नहीं होते। बाकी मकड़ियों की खूबी तो आप जानते ही होंगे।
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