यह भाई-बहन के प्यार का पर्व है। इस दिन बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं।
यह पर्व सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 30 और 31 अगस्त को मनाया जाएगा।
हालांकि इसको लेकर कोई उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन आप 24 घंटे बाद उतार सकते हैं।
राखी को ज्यादा दिन बांधने से दोष उत्पन्न हो सकता है।
रक्षाबंधन के कुछ दिनों बाद ही पितृपक्ष शुरू हो जाते हैं, ऐसे में राखी को उतार देना चाहिए।
राखी को उतारने के बाद इसे सहेज कर रख सकते हैं। इसके अलावा किसी पेड़ पर भी बांध सकते हैं।
राखी उतारते समय यदि टूट गई है तो इसे किसी पेड़ के नीचे रख देना चाहिए अथवा जलराशि में प्रवाहित कर देना चाहिए।
इसे रखते समय 1 रूपये का सिक्का भी रख दें और प्रवाहित करते समय 1 रूपये का सिक्का प्रवाहित कर दें।
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