हिंदू धर्म में शमी के पौधे का खास महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शमी की पूजा से भगवान शिव, गणेश और शनि तीनों प्रसन्न रहते हैं।
शमी का पौधा हमारी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इसमें कई सारे ऐसे औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इस पौधे को छोंकर, खेजरी और छिकुर के नाम से भी जाना जाता है।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर शमी का पौधा किन बीमारियों में लाभकारी माना जाता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें। ताकि आपको भी सही जानकारी हो सकें।
शमी के पत्तों में एंटी-हाइपरलिपिडेमिक होता है, जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ावा देते हैं। इसके चलते दिल सेहतमंद रहता है।
अगर आपको स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम है, तो उसे दूर करने में शमी की लकड़ी बेहद फायदेमंद हो सकती है। इससे स्किन पर होने वाले फोड़े-फुंसी से छुटकारा मिल सकता है।
अगर कोई व्यक्ति दस्त से परेशान हैं, तो ऐसे में शमी के पत्तों को धोने के बाद काली मिर्च और शहद के साथ खाएं, इससे इस समस्या में आराम मिलेगा।
यूरिन में जलन और यूरिन से जुड़ी दिक्कतों में शमी का पत्ता रामबाण इलाज बन सकता है। इसके लिए शमी के पत्तों को पीस लें और उसमें पानी मिला कर हल्का गुनगुना कर लें।
अब इसे नाभि में लगाएं। इससे आपको समस्या से राहत मिलेगी। एक बार यह उपाय जरूर आजमाए। कुछ ही दिनों में आपको फर्क नजर आ जाएगा।
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