डिप्रेशन यानी अवसाद, एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देती है, आप कब खुद को सबसे अलग और असहाय महसूस करने लगते हैं आप खुद नहीं जानते, इस बीमारी ने किस कदर लोगों की जिंदगी पर हावी हो रहा है, इसका अंदाजा तेलुगु न्यूज एंकर राधिका रेड्डी की आत्महत्या से लगाया जा सकता है। अपने सुसाइड नोट में राधिका ने खुद को डिप्रेशन का शिकार बताया था। दुनिया में 32 करोड़ अवसादग्रस्त लोगों में से पांच करोड़ से अधिक भारत में रहते हैं।
भारत में 5 करोड़ लोग हैं इस बीमारी के शिकार
Publish Date:Mon Apr 09 15:56:15 IST 2018