Yamunotri Yatra 2020: वैकल्पिक रास्ता बनने तक रोकी गई यमुनोत्री धाम की यात्रा, भूस्खलन से पैदल मार्ग बंद
Yamunotri Yatra 2020 यमुनोत्री धाम में वैकल्पिक मार्ग बनने तक यात्रा को रोक दिया गया है। भडेली गदेरे के पास भूस्खलन से पैदल मार्ग बंद है।
By Edited By: Published: Sat, 12 Sep 2020 10:33 PM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 11:35 AM (IST)
बडकोट(उत्तरकाशी), जेएनएन। Yamunotri Yatra 2020 ऋषि गंगा (भडेली गदेरे) के पास बंद हुए यमुनोत्री पैदल मार्ग के खुलने के आसार नहीं हैं। मलबा इतना अधिक है कि उसे हटाना संभव नहीं है। शनिवार को स्थिति का जायजा लेने के बाद बडकोट के उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने वैकल्पिक को तैयार करने के निर्देश लोनिवि बडकोट के अधिशासी अभियंता को दिए। करीब 350 मीटर लंबा वैकल्पिक मार्ग बनाया जाना है, जिसको बनने में एक सप्ताह का समय लगना तय है। तब तक के लिए यमुनोत्री धाम की यात्री रोकी गई है।
दरअसल, बीते शुक्रवार की सुबह यमुनोत्री धाम से साढ़े तीन किलोमीटर पहले ऋषि गंगा के पास भारी भूस्खलन हुआ था। भूस्खलन से रास्ता बंद होने के साथ यात्री शेड भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ। इस भूस्खलन से पेयजल और बिजली की लाइन भी टूटी। शनिवार को उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान, लोनिवि के अधिकारी और तीर्थ पुरोहित भी मौके पर पहुंचे। स्थिति का जायजा लिया।
उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने दैनिक जागरण को बताया कि यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर आए मलबे को हटाना संभव नहीं है। इसलिए एक वैकल्पिक रास्ता तैयार किया जा रहा है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता ने उन्हें बताया कि वैकल्पिक रास्ता और एक वैकल्पिक पुलिया एक सप्ताह के अंतराल में तैयार होगी। फिर आगे वैकल्पिक रास्ते को ही स्थाई रास्ता बनाया जाएगा।
भविष्य में बन सकती है झील
बीते शुक्रवार को जो भूस्खलन हुआ वह ऋषि गंगा में जमा हो गया है, जिससे भविष्य में झील बनने के आसार हैं। जिससे जानकी चट्टी सहित आगे की बस्तियों को खतरा हो सकता है। उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने कहा कि वर्तमान में ऋषि गंगा के पानी की निकासी हो रही है। अभी झील बनने के आसार नहीं है।
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