यमुनोत्री धाम मनाया गया जन्माष्टमी पर्व
बड़कोट: रविवार और सोमवार दो दिन तक जन्माष्टमी की धूम रही। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को मनान
बड़कोट: रविवार और सोमवार दो दिन तक जन्माष्टमी की धूम रही। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को मनाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यमुनोत्री धाम पहुंचे। मान्यता है कि यमुनोत्री धाम वो ही धाम है जहां से श्री कृष्ण भगवान की माँ यमुना के किनारे क्रीड़ाएं किया करते थे। जहां रहकर श्री कृष्ण भगवान ने 64 कलाओं का ज्ञान अर्जित किया था। पूरे यमुनोत्री मंदिर सहित शीतकालीन प्रवास खरसाली के मंदिर को नारियल और रंग बिरंगे कपड़ों से सजाया गया है। हर साल यमुनोत्री में बड़े धूम धाम से कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। दिन भर विधिवत पूजा अर्चना के बाद रविवार की रात को भजन का आयोजन किया गया। इसमें क्या बच्चे क्या वृद्ध यात्रियों सहित सभी ने भाग लिया। पूरा यमुनोत्री धाम कृष्ण मय हो गया। रात को ठीक 12 बजे दिव्य ओर भव्य आरती के साथ श्री कृष्ण जन्मोत्सव संपन्न हुआ।