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बारिश से पानी-पानी जिले में लोगों के सूखे हलक

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिला बारिश से पानी-पानी है लेकिन जल संस्थान की लचर का

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 05:32 PM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 05:32 PM (IST)
बारिश से पानी-पानी जिले में लोगों के सूखे हलक
बारिश से पानी-पानी जिले में लोगों के सूखे हलक

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिला बारिश से पानी-पानी है, लेकिन जल संस्थान की लचर कार्यप्रणाली के चलते गंगा किनारे बसे ज्ञानसू, विकास भवन, जोशियाड़ा, लदाड़ी के लोग सप्ताहभर से पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं। आसपास क्षेत्रों में पेयजल की सप्लाई नहीं होने से लोगों को प्यास बुझाने के लिए सड़क किनारे लगे हैंडपंपों से पानी ढ़ोना पड़ रहा है। वहीं कुछ लोग नदी का मटमैला पानी पीने को मजबूर हैं। हैरत की बात है कि मामला संज्ञान में होने के बावजूद संबंधित विभाग स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनने को तैयार नहीं हैं।

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स्थानीय नागरिक आशीष पंवार, नीतिन रमोला, लाल ¨सह, नंदराम सेमवाल और लाखी ¨सह पंवार ने बताया कि सप्ताहभर से क्षेत्र में पेयजल किल्लत बनी हुई है। पहले एक, दो दिन तक लो प्रेशर बना रहा, लेकिन दो-तीन दिन से वह लो प्रेशर भी बंद हो गया है। पीने के पानी के लिए उन्हें आसपास सड़क किनारे लगे हैंडपंपों से पानी ढ़ोना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि यह आश्चर्य की बात है कि हमारे घरों के सामने मां भागीरथी बहती है, लेकिन उसके बावजूद गंगा किनारे बसे लोगों को बरसात का मौसम होने के बाद भी पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है। कहा इस समस्या के बारे में कई बार जल संस्थान के विभागीय अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है, लेकिन उनके कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। उधर, जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता बीएस डोगरा ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है, यदि ऐसा है तो जल्द ही क्षेत्र में पेयजल की समस्या को दूर किया जाएगा।


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