माघ मेले की गंदगी से कराह रहा है मैदान
संवाद सहयोगी उत्तरकाशी इसे नगरपालिका बाड़ाहाट की विडबंना कहें या जिला पंचायत उत्तरक
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : इसे नगरपालिका बाड़ाहाट की विडबंना कहें या जिला पंचायत उत्तरकाशी की लापरवाही, लेकिन दोनों ही परिस्थितियों में इसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। रामलीला मैदान में फैली गंदगी आसपास लोगों के लिए दुश्वारियां पैदा कर रहा है। गंदगी से आसपास दुर्गंध फैलनी शुरू हो गई है। इससे लोगों को आसपास संक्रामक बीमारियां फैलने का भय सता रहा है। लेकिन पालिका प्रशासन इस ओर उदासीन बना हुआ है।
बीते 14 जनवरी को जिला पंचायत उत्तरकाशी ने रामलीला मैदान में बाड़ाहाट का थौल का आयोजन किया था। यह मेला 22 जनवरी तक चला। बीते 22 जनवरी को जिला पंचायत ने मेले का विधिवत समापन की घोषणा कर दी। तब से लेकर अब तक रामलीला मैदान गंदगी से अटा पड़ा हुआ है। मेले में आए व्यापारियों को मेलार्थियों के द्वारा मैदान में फैली गंदगी आसपास के लोगों और राहगीरों के लिए परेशानी बनी हुई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगरपालिका बाड़ाहाट अंतर्गत रामलीला मैदान में जिला पंचायत बाड़ाहाट का थौल आयोजित करती है। मेले की सफाई व्यवस्था के लिए जिला पंचायत नगरपालिका को अतिरिक्त शुल्क देती है। बावजूद अभी तक मैदान की सफाई नहीं हुई है। नगरपालिका बाड़ाहाट अध्यक्ष रमेश सेमवाल ने बताया कि रामलीला मैदान में अभी भी दूरस्थ इलाकों के व्यापारी दुकान सजाए हुए हैं, चरखी और झूले अभी तक नहीं उतरे हैं, जब तक मैदान खाली नहीं होता तब तक मैदान की सफाई करना संभव नहीं है। जैसे ही मैदान खाली होता है। जल्द इसकी सफाई होगी।