Uttarakhand News: हृदयाघात से यमुनोत्री में महिला तीर्थयात्री की मौत, चारधाम में 238 यात्री तोड़ चुके हैं दम
Uttarakhand News हृदयाघात से यमुनोत्री में महिला तीर्थयात्री की मौत हुई। यमुनोत्री व गंगोत्री धाम में अब तक हृदयाघात से 55 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। हेमकुंड साहिब व ऋषिकेश समेत चारों धाम में कुल 238 तीर्थ यात्री दम तोड़ चुके हैं।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: यमुनोत्री धाम में दर्शन करने के बाद जानकीचट्टी लौटते समय कर्नाटक के एक महिला तीर्थयात्री की हृदयाघात से मौत हो गई। इसके साथ ही यमुनोत्री व गंगोत्री में हृदयाघात से अब तक कुल 55 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि बेंगलुरु (कर्नाटक) निवासी पद्मावती (57) शुक्रवार सुबह यमुनोत्री दर्शनों को पहुंची थीं। धाम से वापस लौटते हुए आधे रास्ते में अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ीं। स्वजन पद्मावती को लेकर जानकीचट्टी स्थित अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसी के साथ यमुनोत्री धाम में अब तक 42 और गंगोत्री धाम में 13 तीर्थ यात्री हृदयाघात से दम तोड़ चुके हैं। जबकि, हेमकुंड साहिब व ऋषिकेश समेत चारों धाम में मरने वालों की संख्या 238 पहुंच गई है।
धाम, 09 सितंबर को, कुल मृतक
यमुनोत्री, 01, 42
गंगोत्री, 00, 13
केदारनाथ, 00, 110
बदरीनाथ, 00, 65
हेमकुंड, 00, 02
ऋषिकेश, 00, 06
पुरोला : पुलिया से फिसलकर नदी में गिरी महिला
मोरी ब्लाक के सटूड़ी गांव में खेतों से लौटते समय एक महिला का पांव पुलिया से फिसला, जिससे महिला रुपीन नदी में गिरी। महिला की खोजबीन के लिए अभियान चलाया गया। महिला का कोई पता नहीं चल पाया। तहसील मोरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सटूडी में 8 सितंबर 34 वर्षीय रूपाली देवी पत्नी नरमी सिंह खेतों से काम करके लौट रही थी। रुपीन नदी पर गांव को जोड़ने वाली पुलिया से रूपाली देवी का अचानक पैर फिसला। जिससे वह रुपीन नदी में जा गिरी और उफान में बह गई। स्वजन और ग्रामीणों ने महिला को खोजने का काफी प्रयास किया। शुक्रवार को भी महिला का कोई पता नहीं चल पाया।