नगर निगम को गृहकर ने पहुंचाया लक्ष्य के करीब
जागरण संवाददाता हरिद्वार लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत वसूली भले ही नही हुई लेकिन नगर निगम ह
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत वसूली भले ही नही हुई, लेकिन नगर निगम हरिद्वार को लक्ष्य के करीब गृहकर ने ही पहुंचाया। इस मद में निगम ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में अच्छी वसूली की। तीनों सर्किल में करीब 6.38 करोड़ की वसूली हुई, जो लक्ष्य के करीब रही। हालांकि लक्ष्य पौने सात करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था। नगर निगम प्रशासन ने इस वसूली के लिए कई अभियान चलाया, अंतिम दो बार नोटिस जारी किया, लेकिन कुछ भवन स्वामियों पर इसका असर नही पड़ा। बकायादारों से नगर निगम अब 12 फीसदी ब्याज के साथ टैक्स वसूलेगा।
स्वकर प्रणाली लागू होने से पहले गृहकर मद में बामुश्किल एक करोड़ रुपये की वसूली होती थी। 2015 में स्वकर प्रणाली लागू होने के बाद से आय में उत्तरोत्तर बढ़ोतरी देखी जा रही है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 2015-16 में जहां 1.28 करोड़ की वसूली हुई, वहीं 2016-17 में यह 3.96 करोड़ पहुंच गई। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2017-18 में 10 करोड़ वसूली हुई। लक्ष्य के सापेक्ष निगम प्रशासन ने 7.5 करोड़ की वसूली कर पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिये थे। हालांकि शत प्रतिशत वसूली लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सका था। वित्तीय वर्ष 2018-19 में भी वसूली अच्छी रही और पौने सात करोड़ लक्ष्य के सापेक्ष 6.38 करोड़ वसूली हुई। इधर स्वकर व्यवस्था लागू होने के बाद से अब तक टैक्स जमा न कराने वालों से अब नगर निगम प्रशासन 12 प्रतिशत ब्याज के साथ टैक्स वसूलेगा। ऐसे बकायादारों की सूची भी तैयार की जा रही है।
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वर्जन
गृहकर मद में लक्ष्य पौने सात करोड़ के सापेक्ष 6.38 करोड़ वसूली हुई। जिन भवन स्वामियों ने वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक टैक्स जमा नहीं कराया है उनसे अब 12 फीसद ब्याज के साथ वसूली की जाएगी। अंतिम नोटिस के बाद भी टैक्स जमा न कराने वालों के विरुद्ध कुर्की कार्रवाई भी की जाएगी।
रमेश सिंह रावत, कर एवं राजस्व अधीक्षक, नगर निगम, हरिद्वार