सात वर्ष बाद मिला चार बहनों का एकलौता भाई
सात वर्ष पहले उत्तरकाशी जनपद की बड़कोट तहसील के घंडाला गांव से अचानक गायब हुए मानसिक दिव्यांग बेटा के मिलने से मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दिव्यांग चार बहनों का एकलौता भाई है।
संवाद सूत्र, बड़कोट: सात वर्ष पहले उत्तरकाशी जनपद की बड़कोट तहसील के घंडाला गांव से अचानक गायब हुए मानसिक दिव्यांग बेटा के मिलने से मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दिव्यांग चार बहनों का एकलौता भाई है। लॉकडाउन के बीच दिव्यांग युवक को उत्तरकाशी पुलिस राजस्थान के श्रीगंगानगर से बड़कोट ले आयी है। युवक को गांव में पंचायत क्वारंटाइन किया गया।
30 वर्षीय दयाल सिंह 23 वर्ष की उम्र में गांव के अपने घर से लापता हो गया था। युवक की मां सोना देवी सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने काफी खोजबीन की। लेकिन, युवक का पता नहीं चल सका। चार दिन पहले राजस्थान के श्रीगंगानगर से पुलिस का फोन आया कि एक युवक श्रीगंगानगर में घूमता हुआ मिला है। जो अपने आप को उत्तरकाशी बड़कोट का बता रहा है। बड़कोट पुलिस ने उक्त सूचना को ग्राम प्रधानों के ग्रुप और अन्य ग्रुपों में शेयर किया और युवक की पहचान कराई। जिसके बाद पुलिस टीम के कांस्टेबल विशाल और संजय श्रीगंगानगर पहुंचे और मानसिक दिव्यांग युवक को बड़कोट लाए। युवक की मां सोना देवी ने बताया कि उसकी चार बेटियों का दयाल एकलौता भाई है। दयाल के पिता की मौत कई वर्ष पहले हो चुकी है। उन्होंने बताया कि दयाल मानसिक रूप से कमजोर है वह बचपन में कई बार घर से भाग जाता था तो स्वजन और रिश्तेदार उसे ढूंढ कर वापस घर ले आते थे।