कोरोना संक्रमण को देखते हुए जलाभिषेक पर प्रतिबंध
कोरोना संक्रमण को लेकर जिलाधिकारी ने जलाभिषेक कार्यक्रम को प्रतिबंधित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में प्रचलित पंचांग व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन माह का पहला सोमवार 20 जुलाई को है। इसके साथ ही सावन के पहले सोमवार को सोमवती अमावस्या का स्नान भी है। कोरोना संक्रमण को लेकर मंदिरों में अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. अशीष चौहान ने जलाभिषेक कार्यक्रम को प्रतिबंधित कर दिया है।
सोमवती अमावस्या पर भीड़ को नियंत्रित करना प्रशासन और पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों से अपने घरों में रहकर ही मां गंगा का स्मरण करने की अपील की है। इसके बाद गंगोत्री विधायक गोपाल रावत ने भी श्रद्धालुओं से शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की है। वहीं, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने कहा कि सोमवती अमावस्या और सावन के सोमवार को देखते हुए सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। मंदिरों में जलाभिषेक के कार्यक्रम को प्रतिबंधित कराया गया है। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए अपने घरों में रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि जिस तरह से स्थानीय निवासियों ने रविवार को सहयोग दिया है उसी तरह से सावन के सभी सोमवार को सहयोग करें।