दुबई में गूंजेंगे रामकौशल के गीत
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : उत्तराखंड जनहित विकास समिति दुबई के तत्वावधान में चार मार्च को आयोजि
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : उत्तराखंड जनहित विकास समिति दुबई के तत्वावधान में चार मार्च को आयोजित होने वाले होली मिलन कार्यक्रम में गढ़वाली लोकगायक रामकौशल के गीत गूंजेंगे। उत्तरकाशी जनपद के चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के इंद्रा गांव निवासी लोकगायक रामकौशल ने बताया कि उन्हें दुबई में उत्तराखंड जनहित विकास समिति पदाधिकारियों ने गढ़वाली लोकगीतों की प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया है।
14 सितंबर 1991 में जन्मे रामकौशल के पिता गोपीलाल कौशल एक काश्तकार और माता अशरफी कौशल गृहणी हैं। मध्यमवर्गीय परिवार से होने के कारण उन्होंने पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ छोटे-छोटे मंचों से अपनी गायकी की शुरुआत की। वर्ष 2015 से स्टूडियो के माध्यम से इनके गीत बाजार में आने शुरू हुए। जिसमें इन्होंने रांसु लगै मेरी चैता, ओ मेरी गैल्याणी रमिता, बंदोला-बंदोला, साथिणी सबिता, रेणुका माता, गैल्या सुमिजा, देव भूमि उत्तराखंड, पुलमादेई, कंडक देवता, जगदेई माता आदि गीत शामिल हैं। अब तक उनके 30 से ज्यादा गीत बाजार में छाए हुए हैं। जिनको दर्शकों से भरपूर प्यार मिल रहा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्हें उत्तराखंड जनहित विकास समिति दुबई ने चार मार्च को आयोजित होने वाले होली मिलन कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया है। कहा दुबई में विभिन्न क्षेत्रों में अपने गढ़वाली भाई कार्य कर रहे हैं, उन्होंने यह समिति बनाई है। विदेशों में भी गढ़वाली भाषा गूंजे इसके लिए वह प्रतिवर्ष गढ़वाल के विभिन्न लोकगायकों को आमंत्रित करते हैं। कहा इस बार उन्होंने जिले से उन्हें निमंत्रण दिया है। कहा यह पहला अवसर है जब वह अपनी गढ़वाली भाषा और संस्कृति की धूम विदेश में बिखेरेंगे।