तंत्र का दंश झेल रहे आठ गांव के ग्रामीण
पुरोला : तहसील मुख्यालय से महज आठ किमी पर बसे करीब आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों को एक दशक
पुरोला : तहसील मुख्यालय से महज आठ किमी पर बसे करीब आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों को एक दशक पहले बनी सड़क सुविधा का लाभ नहीं मिल रही है।
पुरोला ब्लॉक के कमल सिराईं पट्टी के नोरी, कुमोला, कोरना, पुजेली, मैती, मखना, ठकराड़ी आदि गांव को तहसील मुख्यालय से जोड़ने के लिए एक दशक पहले पुरोला-नोरी आठ किमी सड़क का निर्माण हुआ था। चार वर्ष पहले मोटर मार्ग पर लोनिवि ने डामरीकरण भी कर दिया था, लेकिन सरकारी तंत्र की लापरवाही के कारण यह सड़क आज तक आरटीओ से स्वीकृत नहीं हो पायी है। आज भी इस सड़क पर बड़े वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंधित है। पुजेली के सामाजिक कार्यकर्ता ओमप्रकाश नौडियाल, देवेंद्र प्रसाद, घनश्याम ने बताया कि सडक को आरटीओ से पास कराने को लेकर कईबार लोनिवि व स्थानीय प्रशासन से मौखिक और लिखित पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन उसके बावजूद भी कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हुई। लोनिवि बड़कोट के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार ने बताया कि पुरोला-नोरी सड़क को आरटीओ से सत्यापन कराने को पत्र भेज दिया गया है। (संसू)