मोदी की डिजिटल इंडिया योजना पर ग्रहण
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल योजना सीमांत जिले के मोरी ब्लॉक
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल योजना सीमांत जिले के मोरी ब्लॉक में परवान नहीं चढ़ रही है। संचार सेवाएं बाधित होने से कई गांवों के ग्रामीणों को बैं¨कग सेवा समेत अन्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री का भारत को डिजिटल इंडिया बनाने का सपना इस क्षेत्र में केवल सपना बनकर ही रह जाएगा। यहां इंटरनेट सुविधा तो दूर ग्रामीण संचार सेवा से भी वंचित हैं। आसपास गांवों में लगे बीएसएनएल के टावर सफेद हाथी बने हुए हैं। हिमाचल सीमा से सटे आराकोट और बगांण क्षेत्र की बात करें तो यहां के वा¨शदे हिमाचल प्रदेश की सुविधाओं पर आश्रित हैं।
जिला मुख्यालय से करीब 235 किमी दूर मोरी ब्लॉक पड़ता है। मोरी ब्लॉक में करीब 68 ग्राम पंचायतें हैं। इन ग्राम पंचायत के वा¨शदों को नेटवर्किंग सुविधा से जोड़ने के लिए बीएसएनएल ने यहां मोरी, धारा, सांकरी, दोंणी, गैच्याण गांव, जखोल में मोबाइल टावर स्थापित किए हैं। इसके अलावा एक निजी मोबाइल कंपनी ने भी धारा, दोणी और आराकोट में अपनी कंपनी के मोबाइल टावर स्थापित किए हुए हैं। मोरी निवासी अजीतपाल रावत ने बताया कि मोरी ब्लॉक में लगे बीएसएनएल के टावर कई माह से बंद हैं। लोगों को केवल निजी कंपनी से सुविधा मिल रही है। इंटरनेट की बात करें तो यह सेवा किसी भी कंपनी से उपलब्ध नहीं है। ऐसे में यहां के वा¨शदों को इंटरनेट से संबंधित कार्यों को करने में बहुत परेशानी होती है। सूदूरवर्ती क्षेत्र में संचार सेवा बाधित होने से कभी तो लोगों के मोबाइल महीनों तक बंद पड़े रहते हैं। बीएसएनएल बड़कोट के एसडीओ रमेश चौरसिया ने बताया कि मोरी ब्लॉक क्षेत्र में उनके बीएसएनएल टावर संचालित हो रहे हैं। कुछेक बंद पड़े हैं, जिनमें काम चल रहा है।