जंगल की आग से 15 घंटे गुल रही बिजली
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : शुक्रवार की रात को नाकुरी के जंगल में लगी आग के कारण य
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : शुक्रवार की रात को नाकुरी के जंगल में लगी आग के कारण यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी 15 घंटे तक अंधेरे में रही। नाकुरी के जंगल में आग के कारण दो चीड़ के पेड़ गिरे, जिससे यमुना घाटी को जाने वाली बिजली की लाइन टूट गई। शनिवार की शाम पांच बजे बिजली की लाइन को ऊर्जा निगम के कर्मियों ने सही किया। तब जाकर बिजली आपूर्ति सुचारु हो पाई। आग लगने की सूचना जिलाधिकारी को न देने पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी का स्पष्टीकरण लिया। ऊर्जा निगम के ईई गौरव सकलानी ने बताया कि जंगल की आग के कारण चीड़ के सूखे हुए पेड़ गिरे। पेड़ गिरने से लाइन टूटी। शनिवार शाम को बिजली आपूर्ति सुचारु कर दी गई है। उधर शनिवार की शाम को उत्तरकाशी में तूफान के साथ तेज बारिश हुई। तूफान के कारण कालेश्वर के निकट विद्युत लाइन का तार भी टूटा। उस समय बारिश और तूफान से बचने के लिए लोग घरों के अंदर थे। तार के टूटने के कारण कालेश्वर क्षेत्र में बिजली भी गुल हो गई है। वहीं गंगोत्री व यमुनोत्री में भी हल्की बारिश हुई।
उत्तरकाशी में शनिवार की शाम को अचानक मौसम ने करवट ली। जिला मुख्यालय में तेज तूफान चला। रामलीला मैदान व भटवाड़ी रोड पर पैदल चल रहे यात्रियों को धूल भारी आंधी से परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं कालेश्वर मार्ग निवासी गोपाल राम ने बताया कि तूफान चलने के दौरान बैराज के निकट कालेश्वर मार्ग पर एक बिजली की तार टूटा। जो आठ से 10 घरों की छत पर गिरी। तार टूटने के कारण आग की ¨चगारी भी उठी। उन्होंने बताया कि इन तारों को हटाने के लिए उन्होंने कही बार प्रशासन व ऊर्जा निगम को लिखा लेकिन, अभी तक घरों के ऊपर से बिजली की लाइन नहीं हटाई गई।