गाव के इर्द-गिर्द पहुंची पुलिस की जाच
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: डुंडा तहसील के एक गाव में 12 वर्षीय किशोरी के अपहरण, दुष्क
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: डुंडा तहसील के एक गाव में 12 वर्षीय किशोरी के अपहरण, दुष्कर्म और हत्या की घटना में पुलिस केअसली आरोपितों तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस की शक की सूई अब बाहरी के साथ-साथ स्थानीय संदिग्ध लोगों पर भी चल रही है।
आइजी संजय गुंज्याल ने कहा कि इस तरह की 95 फीसद घटनाओं में जो आरोपित होता है, वह परिचित तथा पीड़ित के घर के निकटवर्ती घरों से ही होता है। उन्होंने कहा कि जो संदिग्ध पकड़े हैं, उनसे भी पूछताछ जारी है। साथ ही गाव के संदिग्ध व्यक्तियों की सूची भी तैयार की गई है। डुंडा तहसील क्षेत्र में पीड़ित परिवार का घर रास्ते के निकट है। घर को जोड़ने वाला 25 मीटर का रास्ता संकरा एवं टूटी हुई नहर से होकर गुजरता है। इसके साथ ही गाव से लेकर सड़क तक के रास्ते में झाड़िया हैं। पुलिस का मानना है कि अंधेरे में वही इस घटना को अंजाम दे सकता है, जिसको रास्ते का पूरा पता हो। घर के बिजली कनेक्शन व स्वीच का पता हो। इस बात को लेकर भी सवाल उठे रहे हैं कि अपने मा-बाप के साथ सो रही बच्ची को आरोपितों ने कैसे उठा लिया। गाव के निकट एक वाहन चालक शनिवार की सुबह गाव में नहीं लौटा। इन सारे बिंदुओं को लेकर पुलिस, एसटीएफ ने अपनी जाच शुरू की है। ग्रामीणों की सहायता से गाव के संदिग्ध लोगों की सूची भी तैयार की गई, जिनसे पुलिस पूछताछ में जुट गई है। पुलिस के अनुसार जिन मजदूरों को पुलिस ने मसूरी और देहरादून से पकड़ा था, उनसे पूछताछ में कुछ खास नहीं निकल सकता है। मजदूरों को ले जाने वाले चालक ने बताया कि जब वह शनिवार तड़के साढ़े तीन बजे के करीब उस सड़क से गुजरा था तो उस समय वहां कोई शव नहीं था।