हर्षिल के लोग 40 किमी दूर जाते हैं फोन करने
उत्तरकाशी सीमांतवर्ती जिले में भारत-तिब्बत सीमा से सटे हर्षिल घाटी में बीते एक महीने से सं
उत्तरकाशी : सीमांतवर्ती जिले में भारत-तिब्बत सीमा से सटे हर्षिल घाटी में बीते एक महीने से संचार सेवा ठप पड़ी है। संचार सेवा नहीं होने से स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। दूरसंचार सेवा का लाभ उठाने के लिए हर्षिल घाटी के लोगों को हर्षिल से करीब 40 किमी दूर भटवाड़ी पहुंचना पड़ रहा है। स्थानीय नागरिक माधवेंद्र रावत, महेश पंवार ने बताया कि हर्षिलघाटी में मात्र बीएसएनएल सेवा संचालित होती थी। मार्च माह में हर्षिल घाटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोफिक फिल्म की शूटिग चल रही थी, तब यहां बीएसएनएल की सेवा सुचारू थी। लेकिन शूटिग के समाप्त होने के साथ ही बीएसएनएल की सेवा भी ठप हो गई। तब से लेकर अब तक यह सेवा सुचारू नहीं हो पा रही है। सात मई को गंगोत्रीधाम के कपाट खुलने वाले हैं, लेकिन यहां अभी से संचार सेवा चरमरा रही है। संचार सेवा बाधित होने सूक्की, झाला, जसपुर, पुराली, हर्षिल, बगोरी, धराली और मुखवा के ग्रामीण परेशान हैं। वह अपने परिजनों की कुशलक्षेम नहीं जान पा रहे हैं।