50 फीसद से अधिक हैं सही ढंग से मास्क न पहनने वाले
उपजिलाधिकारी देवेंद्र नेगी ने कहा कि कोरोना महामारी का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : उपजिलाधिकारी देवेंद्र नेगी ने कहा कि कोरोना महामारी का प्रकोप 2020 से बना है। इससे बचने के लिए उचित दूरी और मास्क जरूरी के दिशा निर्देश प्रशासन के अलावा सामाजिक संस्थाओं ने आमजन को दिए, लेकिन एक वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी उत्तरकाशी में अधिकांश आमजन को मास्क पहनना और उसका उपयोग करना नहीं आया। जबकि कोरोना महामारी में मास्क एंटी वैक्सीन है। मास्क सही ढंग से न पहनने वालों की संख्या 50 फीसद से अधिक है।
उत्तरकाशी में हर दिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। चिकित्सक लगातार बता रहे हैं कि कोरोना की दूसरी लहर कितनी घातक है। तेजी से फैलते इस जानलेवा वायरस को थामने के लिए कर्फ्यू जैसी स्थिति भी आने लगी है। रविवार को कर्फ्यू के कारण स्थिति सामान्य रही, लेकिन सोमवार को जैसे ही बाजार खुला तो बचाव के नियम टूटते नजर आए। उपजिलाधिकारी देवेंद्र नेगी ने कहा कि 50 फीसद से अधिक व्यक्तियों को बताना पड़ रहा है की मास्क को सही ढंग से पहनने। इन व्यक्तियों ने केवल दिखाने और पुलिस के चालान से बचने के लिए मास्क पहन रखे हैं। जिसमें न तो मुंह ढका रहता है और न नाक ढकी होती है। इसके अलावा हाथों को बिना सैनिटाइज किए बगैर बार-बार छूना भी गलत है।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि जब भी घर से बाहर निकले तो सही ढंग से मास्क पहने, जिसमें नाक और मुंह पूरी तरह से ढके हों। बाजार में सामान की खरीददारी और बैंकों में उचित दूरी का पालन हो। हाथों को बिना धुले मास्क के किसी भी तरह की सतह पर हाथ न लगाएं। मास्क पहनने का सही फायदा तब ही है, जिससे कोरोना संक्रमण भी नहीं फैलेगा।